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Breastfeeding करवाने के फायदे

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शिशु को 6 महीने तब breastfeeding करवाने के फायदे जब शिशु थोड़ा सा बड़ा हो जाता है, तो कई माएं शिशु को स्‍तनपान कराना बंद कर देती हैं। उन्‍हें ऐसा लगता है कि अब जब बच्‍चा थेाड़ा बहुत आहार खाने ही लग गया है, तो अब भला मेरे दूध पिलाने का क्‍या फायदा होगा। डॉक्‍टर के मुताबिक शिशु पैदा होने के 6 महीने बाद तक स्‍तनपान करवाने से शिशु की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और उसमें आगे चल कर कई सारी बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ जाती है।   और जब बात हो breastfeeding की तो इसके बारे में benefits की बात करते है तो बहुत से ऐसे फायदे है जिनके बारे में बात की जा सकती है शिशु को 6 महीने तब  breastfeeding   करवाने के फायदे 1. अगर आप अपने बेबी को लंबे समय तब दूध पिलाएंगी तो उसे पैदा होने के कुछ समय तक सांस संबन्‍धित बीमारी नहीं होगी , जो कि आम तौर पर शिशुओ में देखी जाती है। स्तनपान के बाद आम ब्रेस्‍ट की समस्याएं 2. कुछ और भावनात्मक रूप से भी फायदे है क्योंकि जब आप उसे स्तनपान करवाती है तो आपका बच्चा आपके सबसे करीब होता है और माँ और बच्चे का eye contact भी होता है जो आपको भावनात्मक रूप में आपस में जोड़ता है

Newborn Baby की स्कीन का ऐसे रखे ख्यालǃ स्कीन को होगें ये बेहतरीन फायदे।

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नवजात बच्चो में होने वाली Skin Related Problem से कैसे पाये छुटकारा ?   नवजात बच्चे की त्वचा इतनी नाज़ुक होती है कि थोड़ी भी खरोंच या रैश उन्हें बहुत अधिक परेशान कर सकती है। याद रहे कि नवजात बच्चों को रैशेस होना बहुत आम बात है जिनमें से अधिकाँश रैश से कोई नुक्सान नहीं होता तथा वे कुछ दिन बाद अपने आप ही चले जाते हैं। यहाँ हम त्वचा से संबंधित कुछ आम समस्याओं के बारे में बता रहे हैं जो अक्सर नवजात शिशुओं को हो जाती है: शिशु को मालिश की कोई जरुरत नहीं, बोलते हैं डॉक्‍टर्स baby skin problems कैसे आप अपने नवजात बच्चो को स्किन संबंधी रोगो से बचाये   Dipper Rash के  कारण आपके बच्चे और आपको रात भर जागना पड़ सकता है। नियमित तौर पर अपने बच्चे के डाइपर की जगह की जांच करें। यदि आपको कुछ लालिमा दिखाई दे तथा दर्द भी हो तो उस पर तुरंत डाइपर रैश क्रीम लगायें तथा जितना संभव हो उस जगह को खुला और सूखा रखें। सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे के लिए डाइपर बहुत अधिक कसा हुआ या बहुत अधिक लंबा न हो।  शिशु में डायपर रैशेस से छुटकारा पाने का तुरंत उपाय Child pimples:   आपके बच्चे के चेहरे पर होने वाले छोटे मुंहासे एक आ

शिलाजीत का सेवन करोगे तो मर्दो को होगें ये बेहतरीन फायदेǃ Shilajit Benefit for All

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असली शिलाजीत शिलाजीत SHILAJIT देखने में काफी कडवा, कसैला, गर्म तथा वीर्यवद्र्धक होता है। शिलाजीत का मुख्य उद्देश्य शरीर का बल देकर उसे स्वस्थ, शक्तिशाली तथा पुष्ट बनाना होता है। शिलाजीत के सूखने पर उसमें गौमूत्र जैसी गंध आती है। आयुर्वेद के अनुसार शिलाजीत की उत्पत्ति पत्थर से हुई है। गर्मी के मौसम में सूर्य की तेज गर्मी से पर्वत की चट्टानों के धातु अंश पिघल कर रिसने लगता है। इसी पदार्थ को शिलाजीत कहा जाता है देखने में तारकोल की तरह बेहद काला और गाढ़ा होता है इसके सूखने के बाद एकदम चमकीला रूप ले लेता है। आयुर्वेद में इसको बहुत पहले ही परख लिया गया था. यह बहुत सी बीमारियो के लिए उपयोगी है जेसे त्वचा, बाल, पेट, इम्यूनिटी, उम्र बढ़ना, बांझपन, कॉफ, चर्बी, मधुमेहा, मिर्गी, बवासीर, गठिया की सूजन, पथरी, पेट में कीड़े आदि। shilajit kaha milta hai शिलाजीत का सेवन कैसे करे   इसका सेवन दूध, पानी या फिर फलो के रस के साथ करना चाहिए. अगर आप इस भाग-दौड़ भरी जिंदगी से थक गये है और शरीर में थोड़ी उर्जा चाहते है, तो शिलाजीत का सेवन आपके लिए बहुत ही लाभकारी साबित होगा. ये सेक्स के लिए बहुत ही लाभकारी

बाबा रामदेव आखिर क्यों कहते है कि इसका सेवन हर स्त्री पुरूष को जरूर करना चहिए। Wheat Grass Benefit In Hindi

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Wheat-grass  में शरीर के शोधन (cleaning) करने और उसे स्वस्थ्य रखने की अदभुद शक्ति है।  गेहूं के जवारों में अनेक अनमोल पोषक तत्व व रोग निवारक गुण पाए जाते हैं, जिससे इसे आहार नहीं वरन्‌ अमृत का दर्जा भी दिया जा सकता है। जवारों में सबसे प्रमुख तत्व क्लोरोफिल पाया जाता है।  गेहूं के जवारे रक्त व रक्त संचार संबंधी रोगों, रक्त की कमी, उच्च रक्तचाप, सर्दी, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, स्थायी सर्दी, साइनस, पाचन संबंधी रोग, पेट में छाले, कैंसर, आंतों की सूजन, दांत संबंधी समस्याओं, दांत का हिलना, मसूड़ों से खून आना, चर्म रोग, एक्जिमा, किडनी संबंधी रोग, सेक्स संबंधी रोग, शीघ्रपतन, कान के रोग, थायराइड ग्रंथि के रोग व अनेक ऐसे रोग जिनसे रोगी निराश हो गया, उनके लिए गेहूं के जवारे अनमोल औषधि हैं। इसलिए कोई भी रोग हो तो वर्तमान में चल रही चिकित्सा पद्धति के साथ-साथ इसका प्रयोग कर लाभ प्राप्त किया जा सकता है। wheat grass benefits व्हीटग्रास जूस पीने के फायदे Nutrients in Wheat-grass :-   Wheat-grass में Chlorophyll (क्लोरोफिल), Vitamins (विटामिन्स), Calcium (केल्शियम), Magnesium (मेग्नीशियम), Iodine आयो

शरीर के किसी भ्री हिस्से से असाानी से अनचाहे बालों को हटाने के घरेलू उपाय:- How to Remove Unwanted Hair easily at home

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अनचाहे बालोे को हटाकर सुन्दर और खूबसूरत चेहरा कौन पाना नहीं चाहता है. सभी महिलाएं या पुरुष अपने चेहरे को खूबसूरत और आकर्षित बनाना चाहते है. हमारे पूरे शरीर में चेहरा एक ऐसा हिस्सा है जो सभी लोग एक दूसरे का चेहरा ही देखते है. और शरीर का एक हाथ जितना ही हिस्सा ही हमारी खूबसूरती को दर्शाता है. और यदि वही हिस्सा बालों के द्वारा छुपा रहे तो हमारे चेहरे पर काले बदल के तरह होते है जो हमारी सुंदरता के आसमान छुपा देता है. permanent hair removal   बेसन का इस्तेमाल करने से त्वचा मुलायम होने के साथ-साथ बालरहित भी हो जाती है इसके लिए आप थोड़े से बेसन में आधा चम्मच हल्दी तथा पानी मिलाकर इसका बना लें और इस पैक को अपने चेहरे पर अच्छी तरह से लगा लें और सूखने के बाद इसे साफ पानी से धो लें. इस पैक का इस्तेमाल यदि आप अपने चेहरे पर दूसरे 5 दिनों के लिए करते हैं तो इससे आपको सुंदर और चमकदार चेहरा मिलेगा और इसके अलावा यदि आप हल्दी में थोड़ी चीनी, थोड़ी सी हल्दी और थोड़ा-सा सरसों का तेल मिलाकर अपने चेहरे पर रगड़ें.  facial hair removal चेहरे के Unwanted Hairs  के हटाने के महिलाएं कई प्रकार के तरीके आजमा लेती

अरण्डी़-- चर्म रोग‚ गंजापन‚ पेट के रोग‚ आंखो के रोग‚ बदन‚ दर्द‚ मस्से‚ कब्ज‚ बवासीर न जाने कितने ही रोगों में है फायदेमंद़। Castor Oil Benefit in Hindi

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कैस्‍टर आयल यानि अरंडी का तेल एक ऐसा तेल है जो आज से नहीं बाकि काफी समय से हमारे बड़े बुजुर्गो द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है. यह रिसीनस कम्युनिस पौधों के बीज से निकलता है. Castor oil का इस्तेमाल औषधी के रूप में अफ्रीका और भारतीय उपमहाद्वीप में काफी किया जाता है.कैस्‍टर आयल में विटामिन ई , प्रोटीन और ओमेगा 6 और 9 होते हैं जो अच्छे बालो और चमकती त्वचा के लिए काफी जरुरी माने जाते है. इसके अलावा, अरंडी के तेल Anti inflammatory, एंटी बॅक्टीरियल, एंटी फंगल, healing, anti arthritis, दूध का उत्पादन बढ़ने वाले गुण, कब्ज दूर करने वेल यानी लॅक्सेटिव गुण, जर्मिसाइडाल गुणों के अतिरिक्त बहुत से दुसरे गुण पाए जाते हैं जो की बहुत सी हेल्थ प्रॉब्लम्स को सही करने मे मदद करते हैं|।  where to get castor oil एरंड  बुखार, कफ, पेट दर्द, सूजन, बदन दर्द, कमर दर्द, सिर दर्द, मोटापा, प्रमेह और अंडवृद्धि का नाश करता है। लाल एरंड : पेट के कीड़े, बवासीर, रक्तदोष (रक्तविकार), भूख कम लगना, और पीलिया रोग, वायु, कफ और कीड़ों का नाश करते हैं  पेट के दर्द, खांसी, पेट के कीड़े आदि रोगों का नाश करते हैं।  where can i